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PUJYA MATA JI - LAL DEVI JIE

Her Holiness, Godly Personified, with unlimited heavenly powers, Mata Lal Devi Ji is popularly known as “Pujya Mata Ji” among her devotees. In her own words,” I am Dharam Maa to all those, who come to visit this temple and Almighty has destined me to serve them all.” This version of Pujya Mata Ji shows her greatness and unquestioned trust in God. Read more...

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परम पूज्य माता लाल देवी जी

ज्ञान और विज्ञान की पराकाष्ठा पर पहुंचा मानव नित्य नए साधनों से जीवन को सुन्दर व समृद्ध बना रहा है। जो सदियों से चाँद की कल्पना में खोया रहता था. आज चाँद की सतह पर जा पहुँचा है। अतल सागर की गहराई और असीम विस्तार को उसका पुरुषार्थ उसकी कल्पना की उडान बुद्धि की परिपक्वता और जुझारू कर्मठता से विस्मयविमुमा कविहृदय पूछ उठता है-- और देखे ...

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जरूरी सुचना : चेक (Cheque) आरटीजीएस(RTGS) एनईएफटी (NEFT) के माध्यम से मंदिर को दिया गया कोई भी दान आयकर अधिनियम की धारा 80-G के तहत छुट का हकदार हैं | कृपाया अधिक जानकारी के लिए ट्रस्ट कार्यालय से संपर्क करें |

धर्मशाला

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अमृतसर मंदिर

शिवजी पार्क रोड , मोहिंद्र कॉलोनी , अमृतसर , पंजाब 143001

 
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हरिद्वार धर्मशाला

हरिद्वार धर्मशाला भूपतवाला , सप्त सरोवर रोड , हरिद्वार , उत्तराखंड

 
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वृन्दावन धर्मशाला

HMFW+87C, तराश मंदिर कॉलोनी , वृन्दावन , उत्तर प्रदेश 281121

 

हिन्दू धाम यन्त्र

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माता लाल देवी मंदिर अमृतसर

माता लाल देवी मंदिर अमृतसर शहर के रानी का बाग इलाके में स्थित है । मंदिर प्रसिद्ध महिला संत माता लाल देवी जी को समर्पित है। माता लाल देवी मंदिर बहुत ही सिद्ध मंदिर है मान्यता है कि जो स्त्रियों संतान की इच्छा से आती है उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है । मंदिर में मुख्य रूप से पुष्पों का प्रसाद दिया जाता है।

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श्री राम तीर्थ मंदिर अमृतसर

यहां वाल्मीकि की 8 फीट ऊंची गोल्ड प्लेटेड प्रतिमा स्थापित की गई है। मान्यता है कि भगवान राम द्वारा माता सीता का परित्याग करने के पश्चात वाल्मीकिजी ने सीताजी को इसी स्थान पर अपने आश्रम में आश्रय दिया था। यहीं पर लव और कुश का जन्म हुआ था। महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना भी यहीं की थी।