Her Holiness, Godly Personified, with unlimited heavenly powers, Mata Lal Devi Ji is popularly known as “Pujya Mata Ji” among her devotees. In her own words,” I am Dharam Maa to all those, who come to visit this temple and Almighty has destined me to serve them all.” This version of Pujya Mata Ji shows her greatness and unquestioned trust in God. Read more...
Switch to Hindi Versionज्ञान और विज्ञान की पराकाष्ठा पर पहुंचा मानव नित्य नए साधनों से जीवन को सुन्दर व समृद्ध बना रहा है। जो सदियों से चाँद की कल्पना में खोया रहता था. आज चाँद की सतह पर जा पहुँचा है। अतल सागर की गहराई और असीम विस्तार को उसका पुरुषार्थ उसकी कल्पना की उडान बुद्धि की परिपक्वता और जुझारू कर्मठता से विस्मयविमुमा कविहृदय पूछ उठता है-- और देखे ...
Switch to English Versionमाता लाल देवी मंदिर अमृतसर शहर के रानी का बाग इलाके में स्थित है । मंदिर प्रसिद्ध महिला संत माता लाल देवी जी को समर्पित है। माता लाल देवी मंदिर बहुत ही सिद्ध मंदिर है मान्यता है कि जो स्त्रियों संतान की इच्छा से आती है उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है । मंदिर में मुख्य रूप से पुष्पों का प्रसाद दिया जाता है।
यहां वाल्मीकि की 8 फीट ऊंची गोल्ड प्लेटेड प्रतिमा स्थापित की गई है। मान्यता है कि भगवान राम द्वारा माता सीता का परित्याग करने के पश्चात वाल्मीकिजी ने सीताजी को इसी स्थान पर अपने आश्रम में आश्रय दिया था। यहीं पर लव और कुश का जन्म हुआ था। महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना भी यहीं की थी।